ऐसा कभी हुआई नही | १ अक्तूबर २०१४ यह दिन, “पहला अंतरराष्ट्रीय पित्तीदिन २०१४” इस संबोधनसे मनाया जायेगा | पित्तीदिन २०१४, इस दिन हम इस बिमारीके मरीज,वृत्तपत्रकी संघटना,वैद्यकीय तद्न्य और राजकीय पक्ष आदिको इस बिमारिकी महत्वपूर्ण बातोंकि जानकारी देना चाहते है | “पित्ती” के बारेमे वैद्यकीय तद्न्योको इस बिमारिका निदान,शिक्षा और संबधित उचित उपचार के लिये मार्गदर्शन देनेका प्रयास करना चाहते है| हमे आशा है कि इस मार्गदर्शनसे वैद्यकीय तद्न्य बाधित रोगीयोंका उचित निदान और उपचार करेंगे | हम ऐसी भी आशा करते है कि पिडीत “अकेलापन” महसूस ना करे और वो विश्वास करेंगे कि हम सब उनके साथ है !
हम कौन है ? हम सब एक साथ है !पिडीत, वैद्यकीय तद्न्य,सामाजिक संघटनाये, आप और मै भी,सभी --! हर एक और प्रत्येक व्यक्तीको “पित्ती दिन २०१४” को न्योता दिया है, आमंत्रित किया है | इस महत्वपूर्ण दिनमे सम्मिलीत होनेके लिये इस “वेबसाईट” जरूर उपयोग करे | अन्य लोगोंको बताइये, “ई” मेल्स का उपयोग करें,ट्वीट करें,अपने कुटूम्बमे जानकारी दे और पिडीत लोगोंके संपर्कमे रहे| आपका छायाचित्र देके उसपर “पित्ती दिन २०१४” ऐसा नामकरणभी करे |
उचित और योग्य निशान का लक्ष्य करे! आपही आप स्वयम “पित्ती दिन २०१४” मनाये | सभी पिडीतोंका न्योता दिजीये | आप सब मिलके अपने क्षेत्रसे तद्न्योन्का आपका एक समूह बना सकते है | आशा और उम्मीद है कि आप खुद अन्य तद्न्योन्को मार्गदर्शन करे | आपके इस वैयक्तिक कार्यकी जानकारी, प्रशंसा और सुयश हम “वेबसाईट”पर प्रसारित करना चाहते है |
युनिवर्सिटी, पित्ती नेटवर्क और अन्य बहुत मान्यवर सन्स्थाओने “पित्ती दिन २०१४” को स्फूर्ती और शुभेच्छा भेजी है | हम सब मनसे,दिलसे चाहते है कि “पित्ती और अलर्जी पिडीत मरीजोन्का पुनर्वसन” हम मिलके करेंगे |